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Monday, May 7th, 2018

 

क्षेत्रीय दलों की अपेक्षा कर्नाटक की सत्ता में रहा है राष्ट्रीय दलों का बोलबाला

कर्नाटक

अन्य दक्षिण भारतीय राज्यों के मुकाबले कर्नाटक क्षेत्रीय दलों की बजाय राष्ट्रीय दलों को प्राथमिकता देता आया है। 35 वर्षों का इतिहास तो इसी बात की गवाही देता है। नई दिल्‍ली कर्नाटक की राजनीति क्षेत्रीय दलों के लिए कोई बहुत ज्‍यादा फायदेमंद सौदा नहीं रही है। यहां का राजनीतिक इतिहास भी इसकी गवाही देता है। हालांकि यहां पर क्षेत्रीय दलों की मौजूदगी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, लेकिन इसके बाद भी यदि राज्‍य की सत्ता की बात करें तो यहां पर सत्ता ज्‍यादातर राष्‍ट्रीय दलों के ही हाथों मेंRead More