‘मेट्रोमैन’ श्रीधरन हो सकते हैं राष्ट्रपति चुनाव में NDA के उम्मीदवार
20 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनावों के लिए सभी दलों ने अपनी कमर कस ली है। राजनीतिक दलों की मोर्चाबंदी अब तेज हो गई है। हालांकि पूरे देश की निगाहें इस बात पर टिकी हुई हैं कि बीजेपी अपने उम्मीदवार के तौर पर किसका नाम तय करती है।
बीजेपी ने मध्यस्थता यानि अन्य विपक्षी दलों से बातचीत करने वाले के रूप में एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार और टीडीपी के नेता एन चंद्राबाबू नायडू एनडीए के लिए इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार पर आम सहमति बनाने के लिए नामित किए गए हैं। राजग की संभावना के बारे में खबरों के मुताबिक अटकलें लगाई जा रही हैं कि राष्ट्रपति चनाव में बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में दिल्ली मेट्रो के पूर्व प्रमुख ई श्रीधरन के नाम पर विचार किया जा सकता है। हालांकि एक गैर-राजनीतिक व्यक्ति के चयन की संभावना दूर की बात है। लेकिन प्रमुख समाचार पत्रों में एनडीए की संभावित पसंद के रूप में इनके नाम का उल्लेख किया गया है।
बताते चलें कि राष्ट्रपति चुनाव में अपने उम्मीदवार के रूप में बीजेपी ने अभी तक कोई नाम नहीं सुझाया है। इस बारे में पार्टी प्रमुख अमित शाह का कहना है कि पार्टी समय से पहले अपने उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं करेगा। जानकारी के मुताबिक शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने शरद पवार से बात की और वे जल्द ही महाराष्ट्र के नेता से मिलेंगे। माना जा रहा है कि टीडीपी प्रमुख के पास उम्मीदवार के रूप में कोई खास मानदंड नहीं है और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आगे किए गए किसी भी नाम पर विचार करने के लिए तैयार हो जाएंगे।
हालांकि भाजपा सूत्रों का कहना है कि शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू और गृह मंत्री राजनाथ सिंह इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से सुझाव ले सकते हैं, जिनसे वे आज मिल रहे हैं। मामले में बीजेपी के सदस्यों का कहना है कि हम यह जानना चाहते हैं कि विपक्ष राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के बारे में क्या विचार कर रहा है। हालांकि वामपंथी पार्टियां किसी भी एनडीए उम्मीदवार के खिलाफ हैं। लेकिन बातचीत के लिए सभी दलों ने सर्वसम्मति प्रकट की है।
बीजेपी कुछ विकल्पों पर सुझाव दे सकता है जिनमें से विपक्ष को किसी एक विकल्प को चुनना होगा। मामले में कांग्रेस ने गुरुवार को कहा था कि पार्टी सर्वसम्मति से उम्मीदवार को चुनेगी। एआईसीसी के प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस ने हर महत्वपूर्ण मुद्दे पर आम सहमति जताने की कोशिश की है, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर तस्वीर अभी साफ नहीं है।
Source : Amar Ujala
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